Fantastic hero, You happen to be as mighty for a thunderbolt. You take out evil intellect and they are the companion of those having good kinds.
सोई अमित जीवन फल पावै ॥२८॥ चारों जुग परताप तुह्मारा ।
Hanuman, together with other figures of the Ramayana, are an important source of plays and dance theatre repertoire at Odalan celebrations and other festivals in Bali.[139]
[23] Lutgendorf writes, "The afterwards identification of Hanuman as one of several eleven rudras may possibly reflect a Shaiva sectarian assert on a growing well-liked god, Furthermore, it implies his kinship with, and therefore probable Manage about, a category of awesome and ambivalent deities". Lutgendorf also writes, "Other techniques in Hanuman's resume also seem to derive partially from his windy patrimony, reflecting Vayu's position in each body and cosmos".[twelve] In accordance with an evaluation by Lutgendorf, some scholars point out that the earliest Hanuman murtis appeared from the 8th century, but verifiable proof of Hanuman pictures and inscriptions look from the tenth century in Indian monasteries in central and north India.[108]
व्याख्या – मैं अपने को देही न मानकर देह मान बैठा हूँ, इस कारण बुद्धिहीन हूँ और पाँचों प्रकार के क्लेश (अविद्या, अस्मिता, राग, get more info द्वेष एवं अभिनिवेश) तथा षड्विकारों (काम, क्रोध, लोभ, मोह, मद, मत्सर) से संतप्त हूँ; अतः आप जैसे सामर्थ्यवान् ‘अतुलितबलधामम्‘ ‘ज्ञानिनामग्रगण्यम्‘ से बल, बुद्धि एवं विद्या की याचना करता हूँ तथा समस्त क्लेशों एवं विकारों से मुक्ति पाना चाहता हूँ।
व्याख्या – श्री हनुमान जी महाराज को समस्त सिद्धियाँ प्राप्त हैं तथा उनके हृदय में प्रभु विराजमान हैं, इसलिये समस्त शक्तियाँ भी आपके साथ रहेंगी ही। इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है।
काँधे मूँज जनेउ साजै ॥५॥ सङ्कर सुवन केसरीनन्दन ।
सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया - भजन
NāsaiNāsaiEnd / demolish / cured rogaRogaDisease haraiHaraiEnd / close / taken off sabaSabaAll pīrāPīrāPains / illnesses / afflictions / struggling
व्याख्या— रुद्रावतार होने के कारण समस्त प्रकार की सिद्धियाँ एवं निधियाँ श्री हनुमान जी को जन्म से ही प्राप्त थीं। उन सिद्धियों एवं निधियों को दूसरों को प्रदान करने की शक्ति माँ जानकी के आशीर्वाद से प्राप्त हुई।
Just one who involves You with any longing or even a sincere motivation obtains the abundance on the manifested fruit, which continues to be undying throughout daily life.
सियराम–सरूपु अगाध अनूप बिलोचन–मीननको जलु है।
Vibheeshana approved your Suggestion. He grew to become the king of Lanka due to your assistance; The entire earth appreciates it.
भावार्थ – अनन्त काल से आप भगवान श्री राम के दास हैं। अत: रामनाम-रूपी रसायन (भवरोग की अमोघ औषधि) सदा आपके पास रहती है।